व्लदीमिर विसोत्स्की
उसने मुझे कहा (J.Jadwani)
यह मज़ाक नहीं है (J.Jadwani)

श्‍वेतवर्णी हाथी के नाम (R.Saxena)
मैं लौट आऊँगा (अ.जनविजय)