उसने कहा मुझसे झूठ है यह कि जीवित रहेंगे हम मृत्यु के बाद ख्वाब देखा मगर मैंने बाद में हंसा वह वृद्ध सर्प सुनकर.
© Jaya Jadwani. अनुवाद, 2015