भारतमे कतौ अदौसँ छल बनैय्या कैल हाथी विशाल ओ घुरथि बोनमे एत्तऽ–ओत्तऽ अनेरो आ कोना ने कोना ओइमे सँ एकटा छल उज्जर। ओ अपन बुधियारी लेल छल प्रसिद्ध, नीक कुल आ नस्लक, ओकर दृष्टि छल मित्रताक आ आत्मा सज्जन। उज्जर भेने ई एकटा “अजूबा” छल सच्चे अपन पिण्डश्याम संगी साथीक हेंज मध्य एकबेर भारतीय राजा - कोना हम आशा करितौं? - देलक हमरा ओ उज्जर हाथी सम्मानमे। “हम की करब ई लऽ कऽ?- हम पुछलिऐ विनम्रतासँ, “एकरा छै सोनाक हृदए”,- ओ शान्तिसँ उत्तर देलक। तखन ओ ठेहुनपर झुकल आ हम नमन केलिऐ, आ जे भाषण हम देलिऐ छल कोमल, नै छल क्रूर, आब हमरा पता चलल जे ई हाथी असलमे छल एकटा गाए, बा, एना कही तँ, ई रहए एकटा स्त्री स्त्याभासी। हाथीपर बैसल हम ठीके लागै चलौं महान, हम घुरी चारू दिस परीदेश भारतमे। हम सभ बौआइ एत्तऽ आ ओत्तऽ आ सभतरि, आ सभटा कष्टक निदान मिलि कऽ करी। हम सभ जाइ आ गाबी अपन प्रेम-संगीत, महिला सभ अपन बिछौनसँ कूदि जाथि बताह भऽ, हमरा मानऽ पड़त, ई हाथी छल प्रतिभावान, आ ओकरा छलै आद्भुत संगीतक वरदान। अहाँ देखने छी एकटा नक्शा विश्वक आकि एकटा मानचित्रावली, देखने छी ने? आ अहाँकेँ बुझल अछि जे भारतमे एकटा धार छै, सेहो। हमर हाथी आ हम आम खाइ आ केना ने केना हम सभ गंगाक आसपास कतौ हरा गेलौं। कएक दिन धरि हम बिना विश्रामक भागलौं, बेसोह अपन शरीर आ आत्मासँ। बादमे ओ हमरासँ कहलथि: “अहाँक उज्जर हाथीकेँ अपन उज्जर संगी साथीक हेंज भेट गेलै”। हम तामसे भेर रही, विचलित रही शुरुहमे मुदा तखन हमरा भेटल एकटा हाथी फेर, भारतसँ: बेंतक गहना सन अलंकृत: नीक उज्जर हाथी मुदा हाथीदाँतक बनल। घरपर सातटा हाथी नीक होइए, ओ किंसाइत बचबैए हमरा सभकेँ दुर्भाग्यसँ। हम ओकरा सभकेँ बोनमे बौआइ दए चाहब।  
© Gajendra Thakur. Translation, 2015